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लिया जाएगा। यह कौन सी सूरत थी? यह वो सूरत थी जो सोए हुए दिलों को झंझोड़ने आई थी। यह सूर जिलजाल थी। वह सूरत जो जमीन और 1:10 उस पर बसने वालों के लिए एक जोरदार चीख है। |
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घने जंगल में एक नन्हा हिरण रहता था। वह बहुत डरपोक था और किसी से बात नहीं करता था। एक दिन जंगल में आग लग गई। सभी जानवर डरकर भागने लगे। तभी हिरण ने देखा कि एक छोटा खरगोश फँस गया है। डरते हुए भी हिरण ने हिम्मत जुटाई और खरगोश को सुरक्षित जगह ले गया। यह देखकर शेर समेत सभी जानवर खुश हो गए। उस दिन हिरण ने समझ लिया कि सच्ची बहादुरी मदद करने में होती है, डर से भागने में नहीं। |
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एक छोटे से शहर में आरव नाम का एक बच्चा रहता था। वह पाँचवीं कक्षा में पढ़ता था और बहुत मेहनती था, लेकिन गणित से उसे थोड़ा डर लगता था। एक दिन स्कूल जाते समय उसे रास्ते में एक सुंदर पेंसिल बॉक्स मिला। बॉक्स खोलकर देखा तो उसमें एक चमकदार पेंसिल और एक पर्ची थी। पर्ची पर लिखा था: आरव सोच में पड़ गया। वह पेंसिल अपने पास रख सकता था, लेकिन फिर उसे याद आया कि टीचर हमेशा ईमानदारी की बात करती हैं। उसने स्कूल में जाकर सबको बताया कि उसे पेंसिल बॉक्स मिला है। थोड़ी देर बाद राहुल नाम का बच्चा रोता हुआ आया और बोला, “मेरा पेंसिल बॉक्स खो गया है।” टीचर ने आरव से बॉक्स दिखाने को कहा। राहुल ने खुशी से कहा, “यही मेरा है!” अगले दिन गणित की परीक्षा थी। आरव ने पढ़ाई की, लेकिन फिर भी थोड़ा डर रहा था। उसने वही चमकदार पेंसिल निकाली और सवाल हल करने लगा। हैरानी की बात यह थी कि जो सवाल उसे मुश्किल लगते थे, वे अब आसान लगने लगे। आरव ने पूरे पेपर अच्छे से हल कर लिया। परीक्षा के बाद पेंसिल गायब हो गई और सिर्फ वही पर्ची बची, जिस पर अब लिखा था: आरव समझ गया कि असली जादू पेंसिल में नहीं, बल्कि उसकी ईमानदारी और मेहनत में था। उस दिन के बाद वह बिना डर के पढ़ाई करने लगा। सीख: ईमानदारी और मेहनत से हर मुश्किल आसान हो जाती है 🌟 |
dr7287352-dotcom
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एक गाँव में मोहन काका के आम के बाग़ में रोज़ कुछ आम गायब हो जाते थे।
मोहन काका को शक हुआ कि कोई चोर है।
एक दिन वो झाड़ियों के पीछे छिपकर देखने लगे।
थोड़ी देर बाद एक नन्ही गिलहरी आई और आम उठाकर भाग गई।
मोहन काका उसके पीछे-पीछे चले।
गिलहरी एक पुराने पेड़ के खोखले तने में पहुँची और आम अंदर रख दिए।
तभी मोहन काका ने देखा—अंदर छोटे-छोटे बच्चे थे।
उन्हें समझ आ गया कि गिलहरी माँ बन चुकी है।
अगले दिन तेज़ आँधी-बारिश आई।
मोहन काका दौड़कर आए और उस खोखले तने पर तिरपाल बाँध दी।
कहानी सिखाती है—दया सबसे बड़ी दौलत है। ❤️
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एक छोटे से शहर में आरव नाम का एक बच्चा रहता था। वह पाँचवीं कक्षा में पढ़ता था और बहुत मेहनती था, लेकिन गणित से उसे थोड़ा डर लगता था। एक दिन स्कूल जाते समय उसे रास्ते में एक सुंदर पेंसिल बॉक्स मिला। बॉक्स खोलकर देखा तो उसमें एक चमकदार पेंसिल और एक पर्ची थी। पर्ची पर लिखा था: आरव सोच में पड़ गया। वह पेंसिल अपने पास रख सकता था, लेकिन फिर उसे याद आया कि टीचर हमेशा ईमानदारी की बात करती हैं। उसने स्कूल में जाकर सबको बताया कि उसे पेंसिल बॉक्स मिला है। थोड़ी देर बाद राहुल नाम का बच्चा रोता हुआ आया और बोला, “मेरा पेंसिल बॉक्स खो गया है।” टीचर ने आरव से बॉक्स दिखाने को कहा। राहुल ने खुशी से कहा, “यही मेरा है!” अगले दिन गणित की परीक्षा थी। आरव ने पढ़ाई की, लेकिन फिर भी थोड़ा डर रहा था। उसने वही चमकदार पेंसिल निकाली और सवाल हल करने लगा। हैरानी की बात यह थी कि जो सवाल उसे मुश्किल लगते थे, वे अब आसान लगने लगे। आरव ने पूरे पेपर अच्छे से हल कर लिया। परीक्षा के बाद पेंसिल गायब हो गई और सिर्फ वही पर्ची बची, जिस पर अब लिखा था: आरव समझ गया कि असली जादू पेंसिल में नहीं, बल्कि उसकी ईमानदारी और मेहनत में था। उस दिन के बाद वह बिना डर के पढ़ाई करने लगा। |
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घने जंगल के बीचों-बीच एक विशाल और सुंदर शेर रहता था। उसका नाम वीर था। जंगल के सभी जानवर उसे राजा मानते थे, क्योंकि वह ताकतवर होने के साथ-साथ बहुत समझदार भी था। वीर कभी अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल नहीं करता था। वह हमेशा न्याय और सच्चाई के रास्ते पर चलता था। एक दिन जंगल में अफरा-तफरी मच गई। पास के गाँव से कुछ शिकारी जंगल में आ गए थे। जानवर डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। हिरण, खरगोश और बंदर सभी शेर के पास पहुँचे और मदद की गुहार लगाई। वीर ने सबको शांत किया और बोला, “डरने की जरूरत नहीं है, हम मिलकर इसका सामना करेंगे।” शेर ने हाथी को कहा कि वह अपनी भारी आवाज़ से जंगल में चेतावनी दे, बंदरों को पेड़ों पर नज़र रखने को कहा और पक्षियों को ऊपर से खबर लाने भेजा। थोड़ी ही देर में शेर को शिकारियों की जगह का पता चल गया। वीर पूरे साहस के साथ दहाड़ा। उसकी दहाड़ इतनी ज़ोरदार थी कि शिकारी डर गए और जंगल छोड़कर भाग गए। जंगल फिर से सुरक्षित हो गया। सभी जानवर खुशी से झूम उठे और शेर की तारीफ करने लगे। हिरण ने कहा, “आप सच में हमारे राजा हैं।” शेर मुस्कुराया और बोला, “राजा वही होता है जो सबकी रक्षा करे, न कि डर फैलाए।” उस दिन के बाद जंगल में और भी ज़्यादा शांति और एकता फैल गई। शेर वीर की कहानी सभी के लिए एक सीख बन गई कि असली ताकत दया, समझदारी और मिल-जुलकर रहने में होती है। |
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एक घने जंगल में गोलू नाम का एक नन्हा हाथी रहता था। गोलू बहुत दयालु था, लेकिन थोड़ा डरपोक भी था। उसे लगता था कि वह कभी किसी की मदद नहीं कर पाएगा। एक दिन जंगल में तेज़ आँधी आई। एक छोटी चिड़िया का घोंसला गिर गया। चिड़िया बहुत रो रही थी। गोलू ने उसे देखा और बोला, |
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